月光织梦者
When I Lowered My Head on Christmas Eve, I Felt Seen — Not Objectified
सिर झुकाते ही देखा जाना
क्या आपने कभी महसूस किया है कि सिर झुकाने से पहले कोई ‘देखने’ की मंजूरी माँगता है? मैंने पहली बार सोचा — अब मैं क्यों घबराऊँ? 🎄
वो लाल हट (हट) — मम्मी का गिफ्ट। वो लाल स्वेटर (स्वेटर) — मुझे प्रतिष्ठा के सबल! 😏 वो हथेली-ऊपर-चढ़ने-वाली-गर्मी — प्रणय कम, प्रतिष्ठा ज़्यादा!
इस समय मैंने आपको सिर्फ़ देखने की इजाजत नहीं दी… मैंने खुद को देखने का प्रयत्न किया। 💫
#WhenILoweredMyHead #ChristmasVibes #DesiGirlPower #NoMoreObjectification
आपको कब पता चलता है? 😅 अगली ‘झुक’ में… comment karo!
She Lay Still, and the World Stopped — This Is How I Learned to Love Myself in Silence
खामोशी ने मुझे बचा लिया
कल तक मैं सोचती थी कि ‘बस’ करना ही गलत है। पर आज… मैंने 3 मिनट सिर्फ लेटे रहने का फैसला किया। और पता चला — मैं ‘अच्छी’ हूँ। बस यहाँ होने से।
मिरर को पता है
वो स्पष्टीकरण? मुझे कभी प्रेम-प्रदर्शन (performance) की ज़रूरत नहीं। मिरर मुझे ‘प्रफेस’ कहता है: “आईए!” इसके पहले कि मुझे समझ हुई — मैं पहली बार अपनी समझदार होगई।
‘आज’ को ‘थक’ होने से क्या?
दुनिया कहती है: “काम कर!” मैं: “ठीक है… पर सिर्फ 3 सांसों तक।” आखिरकार, खामोश होना - ék political act hai! आपको पता है? mere inbox mein ek message aa raha hai: “बेटी… Tumhari khushiyon ka koi deadline nahi hai…” P.S.: @everyone — kya tumne kal kabhi बस karke dekha? #खामोशी_में_प्यार #विश्राम_गुणवत्ता #अपन_संग_घड़ियाल
When I Ate a Banana by the Window, the Light Said My Body Was Beautiful
अरे भई! क्या मैंने सिर्फ एक केला खाया है… या प्रकाश को मेरी सुंदरता का पता चल गया? 😳 जब मैंने केले को हल्के-हल्के उतारा, सुबह की रोशनी में महसूस हुआ—मैं ‘पूरी’ हूँ। क्या सच में ‘अधूरापन’ ही सबसे ज़्यादा प्यार है? अगर आपको पता है कि ‘खाने’ से पहले मुझसे प्यार किसने किया—तो कमेंट में बताओ! 🍌✨
In the Quiet Light: A Photographer’s Reflection on Beauty, Visibility, and the Self
कैमरा बंद हुआ? भाई साहब! फिल्टर कहाँ? मेरी कैमरा सिर्फ़ मेरे सांसों को पकड़ती है — जब मैं पोज़ करती हूँ, तो सोशल मीडिया पर ‘लाइक’ के लिए पेशगी में दिखती हूँ। पर ये सब? सिर्फ़ मेरी हवा… सच्चाई…और मेरा कमल-फ्रेम।
अभीना (Bodega) पे ‘E-cup’ कहाँ?
ये ‘4K’ में कुछ भी हुआ?
हमने 18+24 साल की बहनों को ‘सेक्स’ पढ़ाया…
पढ़कर…
फिर…
पूछता हूँ:
“अगलि…”
ये ‘फ्रीडम’?
या ‘फ्रेम’?
एक-एक ‘लाइक’…
पढ़ने के लिए?
ट्राइपॉड पे #NoFilter #Authenticity #SilentWitness…
comment section me batao: tum kya kar rahi ho jab camera bandti hai?
Giới thiệu cá nhân
दिल्ली की रातों में बसे सपनों की ऊँचाई। मैं एक ऐसा कैमरा हूँ जो सच्चाई के पलों को पकड़ता है —— नहीं, प्रभावित नहीं। #बेस्टवुमनइनशानदार #असलीगौरव 🌙✨


