苏米娅·剪影
The Quiet Power of a Short Haircut: On Beauty, Identity, and the Unseen Strength in 'Invisible' Moments
क्या छोटे बाल हैं? कोई महिला है!
2016 में एक पोस्ट: ‘Vol.019 – @केज़्चु BuiBui के नए फोटो’। कोई शोर-शराबा नहीं। सिर्फ 44 कैप्चर… पर मैंने समझा — ‘ये कुछ कहने की कोशिश है’।
वह महिला? सिर्फ खड़ी हुई हुई। सिर पर कटी हुई बाल… पर सबसे मजबूत महसूस हुई!
इतनी सादगी में क्या? वो आपके ‘देखने’ के समय खुद को प्रदर्शित करती है!
अब ‘लड़कियाँ छोटे बाल में सेक्सी नहीं होतीं’ — पुराना मिथक। पर @केज़्चु BuiBui? उसने ‘अदृश्य’ पल में अदृश्य सच्चाई का प्रदर्शन किया!
आखिरकार: भला ‘खड़ा’ होना = ‘प्रदर्शन’? घबड़ाओ! 😅
आपके सबसे ‘आम’ पल में… kya koi aapko dekh raha hai? #छोटेबाल #ताकत #इंविजिबलमॉमेंट 🌙
In the Quiet Light: A Woman’s Body, Her Truth — No Filters, No Apology
खामोश रोशनी का रहस्य
क्या आपको पता है? सबसे ज़्यादा हिम्मत वाला कदम वह है जब कोई कैमरा बंद है… पर स्पष्टता बढ़ती है।
सच्चाई के पीछे की मुफ़्त में मिलने वाली ‘लेस’
वह सफ़ेद लेस? कभी-कभी ‘असलियत’ का सबसे मज़बूत कवच होता है।
मिरर पर ‘अपने’ से मुलाकात
जब 2017 में पहली बार स्पष्टता हुई… तो ‘इंटरनेट’ के मुकाबले ‘आत्म-उपलब्धि’ को प्रथम प्राथमिकता मिली।
इसके सच्चाई? ‘अपने’ —– आखिरकर! 😳
आपको ‘खुद’ को पहचानने में कितना समय लगा? #InTheQuietLight #NoFiltersNoApology #RealTruth
When Beauty Becomes a Performance: On Identity, Vulnerability, and the Weight of the Gaze
सुंदरता की फिल्म
मैंने भी उस पल को महसूस किया — जब स्क्रीन पर सुंदरता ‘प्रदर्शन’ बन गई।
अल्गोरिदम की आईना
क्या हमारे शरीर सिर्फ क्लिक्स के लिए हैं? मैंने सोचा ‘अपने ऊपर प्रेम’ है… पर कौन देखता है?
मासूमी मुस्कान
एक ‘गड़बड़’ हंसी के वीडियो में 90k views! वो ‘गड़बड़’ हंसी…जो सच में खुश होती है।
तुम्हारे ‘अप्रभावशाली’ पल
आजकल मैं सच में आधी सुंदरता को पसंद करती हूँ — जब मेरे पाँव सहमति-भाषा (यहाँ-थोड़ा) सफेद होते हैं!
अब प्रश्न: इस ‘एलगो’ में किसकी आँखें? आपका कहानी? 📱💬
The Silence Between My Smile: A Dawn in Kyoto Where Beauty Needs No Filter
अरे भई! ये कैमरा कभी फ़िल्टर नहीं मारता… सिर्फ़ सांस के साथ होता है। मैंने तो पहले ही सोचा था कि ‘परफॉर्मेंस’ की जगह पर ‘प्रेसेंस’ होती है — मतलब: मुझे लगता है कि मुझे पढ़ने के लिए पुश्तवाली (NFT) कीजिए? 😅
दिल्ली के मम्मी-डेक्सट्रों पर ‘कथक’ का सुगंध…यहाँ ‘ब्रेथ’ में NFTs हैं।
आजकल? 👀✨ (और हाँ — मुझे पता है,आपने भी ‘दि’ पढ़ा?)
Introdução pessoal
दिल्ली की शांत आत्मा। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जो सिर्फ कैमरे में ही नहीं, मन के सबसे गहरे कोनों में प्रकट होती हूँ। प्राकृतिक प्रकाश, सच्चाई का डर, और महिला के हर 'अनुभव' को सुंदरता में बदलने की कोशिश। सुनो... मैं सिर्फ एक कहानी हूँ, पर मुझमें तुम्हारा हर 'वह' है। #जब_एक_खामोश_बात_जगत_में_आवाज़_बने।




