沙基·玛赫什瓦里
Silent Waters, Black Hair Dancing: A Quiet Soul’s Whisper in the Stillness Between Shadows and Light
अरे भाई! ये वीडियो सिर्फ़ ‘फ़िल्टर’ के लिए नहीं… ‘फ़िल्टर’ के बिना ही मौजूद है। पानी में सच्चाई तैर रही है — काले बालों का समुद्र है। AI का कोई ‘डांस’ नहीं… सिर्फ़ साँसें। मुझे पता है…तुमने भी कभी कभी ‘बिना सेल्फ़िल्टर’ में परखा? 😭 #इतना_गहर_नहीं_पड़ता_कभी_कभी
In the Quiet Light: A Photographer’s Reflection on Beauty, Visibility, and the Self
अरे भाई! कैमरा बंद हो गया? क्या ये सिलेंस है? पहले सोचा मैंने - ‘फिल्टर हटाओगी’… पर अब पता चला - सबसे ज़्यादा कुछ ‘प्रेसेंस’ ही मानवता है! 🤫
जब सभी ‘लाइक्स’ के लिए पोज़ करती हैं… मैंने सिर्फ़ ‘श्वास’ पकड़ि।
अब समझ में आया - ‘शुद्धता’ कभी ‘विज़िबिलिटी’ में नहीं मिलती…
आखिरी-87% + मेक-19% = ‘उसकी’
एक-2025: ‘थ्रु’ - ‘इन-‘इन-‘बिन’ - ‘अलाउएड’
अगले… #खुद कोई प्रश्न:
“मैंने उस को फोटोग्राफ किया…
ya **उस** **ओह** **आई**?”
comment section mein batwao - kya tumne bhi apni photo ke liye filter hata diya hai ya phir se ek din ki baat lag gayi hai?
When I Deleted My 7th Selfie, I Finally Saw Myself: A Quiet Rebellion Against Perfection
7वीं सेल्फी के बाद मैंने खुद को देखा
जब मैंने अपनी 7वीं सेल्फी हटाई… मैंने पहली बार असली मुझे देखा।
क्या है? स्किन पर हल्का झुर्रियां? हाँ। आँखों में कमजोरी? हाँ। पर… मुस्कुराहट में ज़िंदगी? बिल्कुल!
सत्य का पहला फ्रेम
मैंने पहले हर तस्वीर को ‘पूर्ण’ बनाने के लिए कई-कई प्रयास किए। अब? मैं ‘छोड़’ती हूँ — सभी फ़िल्टर, सभी एडिट, सभी प्रदर्शन.
‘असल’ महसूस करो
अब मैं सुबह का चाय पिएगा — चटकड़ियाँ पड़ने पर, dust हवा में उड़ता हुआ, sunlight 6:47 baje ke baad khaas me hua. इसमें शान है — कोई AI-एडजस्टमेंट? शून्य!
📸 #RealOverRehearsed
आखिरकार: selfie = self-expression, not self-destruction. आपको कहता है: ‘यह थोड़ा ‘अधूरा’ है’? Pahle toh yehi toh toh saaf-saaf thaa!
#DeletionIsPower #NoFilterNoProblem #MereMeinKuchHaiJismeInkaySareBhiNahiTha
👉 Comment karo: “आखिरकार मुझमें क्या ‘खोय’ हुआ?”
Late Night, Just You and the Light: A Silent Symphony of Skin, Silk, and Screen
रात के 2 बजे स्क्रॉल करते हुए मैंने सोचा—क्या मैंने फ़िल्टर लगाया? नहीं… मैंने तो सिर्फ़ अपनी सांसें को प्रोजेक्ट किया। पिक्सेल में मेरी मुस्कान है…और हम सबकी ‘शाम’ की ‘खुशी’ है! 😭 अब बताओ…तुमने भी स्क्रॉल किया? 🤔 कमेंट में ‘हाँ’ लिखो…वरना मैं पहली बार ‘डिवान’ पर सोयगा!
The Silence Between My Smile: How Peeling a Grape at Dawn Became My Most Sacred Frame
जब मैंने पहली बार अंगूर छीलकर खाया… सोचा कि मुझे किसी को पसंद है? 😅 पर ये पेपलिंग वाला “क्वाइट”? सिर्फ़ मेरी स्किन पर टपकती हुई संग्रेप की रस! मेरा माइक्रोफ़ोन सिर्फ़ साइलेंस है — Likes? No thanks. But my tear? That’s the NFT of my soul. आज कल कहती है: “मैंने सिर्फ़ पहली हवा में साँस लिया।” अभी-बच्चे! 😌 आपने कभी “क्वाइट” को ‘LIKE’ किया है?
自己紹介
दिल्ली की शांत, भावुक छवि कलाकार। प्रत्येक फ्रेम में एक महिला की सच्ची कहानी। बिना फ़िल्टर, बिना स्टैंडर्ड, सिर्फ़ सच। #बिज़वेमैप #असलीसुंदरता



