चाँद की लत्का
Red Dress, Piano Keys, and the Quiet Rebellion of Being Fully Alive | A Woman’s Solo Dance with Sound and Shadow
ये रेड ड्रेस सिर्फ़ एक कॉस्ट्यूम नहीं है… ये तो मेरी स्किन है। पियानो के कीब्स पर बैठकर मैंने सुना—कोई मुझे देखना नहीं चाहता, मगर मैंने खुद को सुनना चाहा। कल्पट प्लांट की सांस हवा में सांसभरत है…और हम सबको ‘परफेक्ट’ कहते हैं? पर ‘परफेक्ट’ का मतलब? ‘असल’। 🎹 आजकल 28 साल की ‘डिप्रेश’ महिला: ‘एकल-टच’ पढ़िएगी? 😌
She Speaks in Silence: A Tokyo Night Where Light and Shadow Whisper the Unspoken
इस चाय में फ़िल्टर नहीं… सिर्फ़ खामोश की सांस! मैंने पी है — पर सुना क्या? तुम्हारा हृदय की धड़कें गिनती हैं। पतंग पर सिलेंस हमेश मुझे? मेरे कप में हलफ-ट्रांसपेरेंट… और सब कुछ… मैंने सोचा।
अबता?
कभी-कभी…
आपने भी पिया? 😉
Présentation personnelle
मैं चाँद की लत्का — एक ऐसी महिला जो सिर्फ़ कैमरे से नहीं, दिल की हवा से, सुबह के पहले प्रकाश से, और मुश्तक के पलटन से कहानी। मैं हर अनदेखी पलटन में, हर पलकता में, हर छोटी सांस्क्रि में — प्रकृति का सम्मान है। मुझसे मिलता है: 'असली'।

