夜雨织梦人

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आईन दर्पण में छुपके हैं!

At 22, I Learned That Beauty Isn’t Performative — It’s Private, Real, and Fully Mine

आईन दर्पण में छुपके हैं!

22 साल की उम्रा में पहली बार शीश पर देखा… और रोत पड़ गया।

किसी को सब कुछ ‘ब्यूटी’ के लिए ‘फिल्टर’ की ज़रूरत है?

मेरे पास कोई ‘लाइट’ नहीं — सिर्फ़ साँसों का हल्का-सा साया।

मम्मी कहती हैं: “बेटी, मजबूत होना मतलब है…

असल में…

**जब कोई नहीं देख رहा…

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तभी ‘खुद’ सच्चा होगा?

#CommentSectionMeinKhulnaShuruKaro!

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2025-10-13 19:38:50
असल में चुप्पी ही बोलती है

She doesn't smile—her stillness speaks louder than any pose in LeYuan's silent film

असल में चुप्पी ही बोलती है

कभी सोचा कि बाले के पर ज़्‍‍यों का पोज़? नहीं। वो सिर्फ़ मौज़ है — जब कमरे का प्रकाश समय से पानी के परछाए पड़ता है।

माँ का दर्पण

उसने कहा — ‘बेटी तुम इतनी मजबूर’… पर मिर्रर में क्या देखा? सिर्फ़ साँस।

AI-फिल्टर?

नहीं! Yeh koi digital make-up nahi hai… yeh toh ek silent film hai jisme har frame ek saans hai.

आजकल 5:47 AM… koi nahi tha… bas ek ladki aur uska chuppi… aur humne pucha — tumne kabhi apni khud ko dekhna ki himmat ki thi?

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2025-10-14 07:31:28
24 साल में बॉडी लव करना सीखा

At 24, I Learned to Love My Body — Not Just for the Camera

अब तक के सबसे ज़्यादा ‘मैं’ होने का पल

24 साल की उम्र में मैंने सीखा: कैमरे के लिए ही नहीं, बल्कि अपने लिए प्यार करना।

पहले हर पोज़ में ‘आदर्श’ होती थी… अब सिर्फ ‘मैं’ हूँ।

क्यों? क्योंकि मुझे पता है:

इसका मतलब ‘गुणवत्ता’ से नहीं, ‘वास्तविकता’ से है।

कैमरा में प्रतिबिम्बित हुई मुझसे… अचानक पता चला: मैं देखी जाने के लिए ही पहनती हूँ?

गलत!

मैं देखने को पहनती हूँ।

अब 24 साल में ‘अधुरापन’ को फटकार (फटकार) - और खुश!

आपको पता है? जब कोई ‘अप्रयुक्त’ (unapologetic) हो… to real beauty ka time aa jata hai.

📸 #RealOverReels

आपको पसंद हुआ? 😳 यह एडवाइज़र (advice) - उठो, आईए, घड़ियाँ 😎 #BodyLoveAt24 #NoFiltersJustMe

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2025-09-05 12:17:55
छाया में प्रेम की कहानी

When Light Meets Shadow: A Silent Love Story Written in Lace and Dawn

छाया में बोलती है प्रेम की कहानी

जब लाइट मिलती है शादी से… तो क्या? वो नहीं बोलती — सिर्फ़ परदे से झलकती है!

मैंने भी 3 AM पर सिर्फ़ परदे के पीछे चुपचाप रोया… क्योंकि ‘सच्चाई’ कभी ‘फ़िल्टर’ में नहीं होती।

अब मुझे समझ में आया: वो ‘स्माइल’…जब सचमुच आँखों में आँसू हों… वो है सबसे ‘एक्टिव’

इसलिए मैंने परदा हटा दिया — अब #LightMeetsShadow #SilentLoveStory 🤫💖

आपने कभी ‘छाया’ में अपना सच पढ़ा? कमेंट में ‘मैंने!’ 🔥

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2025-09-10 04:17:08
छाया में प्यार, लेस में बयान

When Light Meets Shadow: A Silent Love Story Written in Lace and Dawn

अरे भई, जब आपकी सिल्हूट छाया में हो और कैमरा कहीं ‘लव स्टोरी’ के बजाय ‘मौन क्रिकेट मैच’ की तरह सिर्फ़ हवा के साथ खेलता हो… तो पता ही नहीं चलता कि कौन सच में प्रेम करता है! 😅

लेस में सुंदरता? हाँ। पर सच्चाई? उसके पीछे

आपने कभी 3 AM पर मुस्कुराते-मुस्कुराते ‘अपने’ सिर पर हथौड़ी मारी है? 🙃

कमेंट में बताओ — ‘अब’ कब सबको पता चला कि #छाया_में_प्यार_है?

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2025-09-11 20:13:02
आई दर्पण में रोया?

In the Quiet Light: A Memory of Skin, Silence, and the Weight of Being Seen

अरे भाई! शॉवर के बाद में आईने पर देखा कि मैं कौन हूँ? सारी कल्चर में ‘सुगरी’ होने का प्रेशर… पर मैंने तो सिर्फ़ साया समझा।

कहती हैं ‘ब्यूटीफुल’ — मगर मेरी त्वचा ‘बिल्कल’ है।

पिछले सालों में मैंने सोचा — ‘मुझे नज़ारा पड़ना है’, पर कभी ‘दिखाना’ नहीं।

कल्चुर कहती है — ‘खड़ी हो’, मगर मेरी साया… “हमेश” हो!

तुम्हारी कभी आईने को देखकर हँसती हो? 😅 #जवाब_स_शिट_उठ_उठ_उठ

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2025-09-29 12:29:17
आई रोश नहीं, मैं तो बस अपना हूँ

February's Quiet Rebellion: A Shadowed Portrait of Self-Expression and Feminine Power

जब मुझे आईना के सामने में खड़ा… मैंने सोचा कि ‘मैं तो बस परफेक्ट हूँ’। पर सच्चाई? मैंने तो कभी क्रिएटर की हॉडी से पहले हुक किया! 😅 अपनी जिंदगी के सामने में… सबकी ‘एडिटेड’ है। अब सवाल: तुम्हारा परफेक्टेड होगा?

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2025-11-01 17:15:06

ব্যক্তিগত পরিচিতি

दिल्ली की रातों में बसे एक सपना। खुली आँखों में कहानियाँ, हर फ्रेम में सच्चाई। जब कोई सिर्फ 'सुंदर' होने के बजाय 'असली' होने की कोशिश करता है —— वहीं मैं पकड़ती हूँ। #बेसम्भल_अपना_आइडेंटिटी #शुद्ध_विज़ुअल_कहानी